About Me

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हर जगह ये पूछा जाता है कि अपने बारे मे बताइए (About me), हम ये सोचते है की जो हमें जानते है उन्हें अपने बारे मे बताना ग़लत होगा क्योंकि वो हमें जानते है और जो हमें नही जानते उन्हे हम बता कर क्या करेंगे की हम कौन है | जो हमें नही जानता क्या वो वाकई हमें जानना चाहता है और अगर जानना चाहता है तो उसे About me से हम क्या बताये क्योंकि हम समझते है बातचीत और मिलते रहने से आप एक दूसरे को बेहतर समझ सकते हो About Me से नही | वैसे एक बात और है हम अपने बारे मे बता भी नही सकते है क्योंकि हमें खुद नही पता की हम क्या है ? हम आज भी अपने आप की तलाश कर रहे है और आज तक ये नही जान पायें हैं की हम क्या है? अब तक का जीवन तो ये जानने मे ही बीत गया है की हमारे आस पास कौन अपना है और कौन पराया ? ये जीवन एक प्रश्न सा ज़रूर लगता है और इस प्रश्न को सुलझाने मे हम कभी ये नही सोच पाते है की हम कौन है? कुछ बातें सीखने को भी मिली जैसे आपका वजूद आपके स्वभाव या चरित्र से नही बल्कि आपके पास कितने पैसे है उससे निर्धारित होता है | कुछ लोग मिले जो कहते थे की वो रिश्तों को ज़्यादा अहमियत देते है लेकिन अंतत: ... बहुत कुछ है मन मे लिखने के लिए लेकिन कुछ बातें या यू कहें कुछ यादें आ जाती है और मन खट्टा कर जाती है तो कुछ लिख नही पाते हैं |

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Tuesday, February 28, 2012

इस उपाय से रात में न तो बच्चों को डर लगेगा और न ही बुरे सपने सताएंगे

क्या आपके बच्चे को रात में डर लगता है या फिर रात में सोते समय उसे बुरे-बुरे सपने आते हैं। रात में बच्चों का डरना या फिर अचानक चौंक कर उठ जाना एक आम समस्या है। बच्चों का मनोमस्तिष्क बहुत ही कोमल होता है। वे अपने आस-पास जैसी बातें सुनते हैं या देखते हैं उन्हें वैसा ही अहसास होने लगता है। अगर आपके बच्चे को भी यही समस्या है तो इसके लिए नीचे लिखा आसान उपाय करें-
किसी शनिवार को पीपल के पेड़ की एक टहनी तोड़ कर घर ले आएं। अब इसे गंगाजल से अच्छी तरह धोएं तथा गोमूत्र छिड़क दें तथा इसे रात में सोते समय बच्चों के सिरहाने रख दें। इस उपाय से रात में न तो बच्चों को डर लगेगा और न ही बुरे सपने सताएंगे।

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