About Me

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हर जगह ये पूछा जाता है कि अपने बारे मे बताइए (About me), हम ये सोचते है की जो हमें जानते है उन्हें अपने बारे मे बताना ग़लत होगा क्योंकि वो हमें जानते है और जो हमें नही जानते उन्हे हम बता कर क्या करेंगे की हम कौन है | जो हमें नही जानता क्या वो वाकई हमें जानना चाहता है और अगर जानना चाहता है तो उसे About me से हम क्या बताये क्योंकि हम समझते है बातचीत और मिलते रहने से आप एक दूसरे को बेहतर समझ सकते हो About Me से नही | वैसे एक बात और है हम अपने बारे मे बता भी नही सकते है क्योंकि हमें खुद नही पता की हम क्या है ? हम आज भी अपने आप की तलाश कर रहे है और आज तक ये नही जान पायें हैं की हम क्या है? अब तक का जीवन तो ये जानने मे ही बीत गया है की हमारे आस पास कौन अपना है और कौन पराया ? ये जीवन एक प्रश्न सा ज़रूर लगता है और इस प्रश्न को सुलझाने मे हम कभी ये नही सोच पाते है की हम कौन है? कुछ बातें सीखने को भी मिली जैसे आपका वजूद आपके स्वभाव या चरित्र से नही बल्कि आपके पास कितने पैसे है उससे निर्धारित होता है | कुछ लोग मिले जो कहते थे की वो रिश्तों को ज़्यादा अहमियत देते है लेकिन अंतत: ... बहुत कुछ है मन मे लिखने के लिए लेकिन कुछ बातें या यू कहें कुछ यादें आ जाती है और मन खट्टा कर जाती है तो कुछ लिख नही पाते हैं |

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Wednesday, March 21, 2012

अमावस्या-गुरुवार का संयोग - धन अभाव दूर करे शिव मंत्र के साथ यह खास उपाय

काल की मार से सबल को भी कमजोर बन तन, मन या धन की परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है। ऐसे वक्त में प्रेम और सहयोग ही सबसे बड़ी ताकत बन सकती है। किंतु अभाव में संयम की कमी परिवार में कलह और तंगहाली के हालात भी पैदा करते हैं। शास्त्रों के मुताबिक काल के नियंत्रक भगवान शिव हैं। शिव सत्य और प्रेम स्वरूप ब्रह्म के रूप में भी पूजनीय है। वहीं ज्ञानस्वरूप होने से वे जगतगुरु भी कहलाते हैं।
यही कारण है कि शिव भक्ति विपरीत समय में जीवन की नैय्या को पार लगाने वाली मानी गई है। बृहस्पति भी शिवकृपा से देव गुरु बने। जिनमें धन कामना सिद्धि के लिए अमावस्या के साथ गुरुवार के संयोग में शिव भक्ति ज्ञान, धन और शांति देने वाली मानी गई है।
कल अमावस्या-गुरुवार के संयोग में यहां बताया जा रहा है शिव उपासना का समृद्ध और कलहमुक्त जीवन जीने के लिए एक ऐसा सरल उपाय। जिसे आप चलते-फिरते दिन में किसी भी वक्त अपनाएं तो बहुत ही लाभ प्राप्त होगा। इससे ग्रह दोष शांति भी होगी।
यह उपाय है - विशेष मंत्र से शिव का ध्यान व पीपल की जड़ में दूध व काले तिल मिले जल का अर्पण। चूंकि पीपल वृक्ष में भगवान शिव का वास भी माना गया है। इसलिए कष्ट निवारण और दरिद्रता के शमन का यह अचूक उपाय माना गया है। जानें यह मंत्र और विधि -
- अमावस्या पर स्नान कर सफेद वस्त्र धारण करें।
- समीप स्थित किसी पीपल वृक्ष खासतौर पर देवालय के पीपल वृक्ष को प्रणाम कर गंध, अक्षत, फूल अर्पित करें।
- पूजा सामग्री अर्पित कर नीचे लिखें मंत्रों से पीपल को स्पर्श करें और शिव का स्मरण कर जल व तिल मिला जल पीपल की जड़ में चढ़ाएं -
पीपल स्पर्श करते हुए यह मंत्र बोलें, बाद पीड़ा व दरिद्रता नाशक शिव नाम मंत्र बोलें -
नेत्रस्पन्दादिजं दु:खं दु:स्वप्रं दुर्विचिन्तनम्।
शक्तानां च समुद्योगमश्र्वत्थ त्वं क्षमस्व मे।।
शिव मंत्र -
ॐ शर्वाय नम: (शर्व यानी कष्ट को हरने वाले)
- मंत्र स्मरण व जल अर्पण के बाद मिठाई का भोग लगा धूप, दीप से शिव आरती कर मानसिक, शारीरिक और आर्थिक कष्टों को हरने की विनती भगवान शिव से मन ही मन करें। पीपल में चढ़ाया थोड़ा सा जल घर में लाकर छिड़कें।

सारी तकलीफें दूर करेगा हनुमान पूजा का यह उपाय

श्री हनुमान संकटमोचक देवता हैं। माना जाता है कि पूर्ण आस्था और पवित्रता के साथ किसी भी रूप में हनुमान उपासना भक्त और उसके घर-परिवार पर आने वाले हर संकट को दूर करती है। खासतौर पर अमावस्या तिथि तो ग्रह पीड़ा, शांति, रोग, शोक दूर करने के लिए शिव या उनके अवतारों की आराधना के लिए बेहद मंगलकारी मानी गई है।
यही कारण है कि कल अमावस्या पर श्री हनुमान की पूजा का यहां बताया जा रहा छोटा-सा उपाय जीवन से शारीरिक, मानसिक या आर्थिक परेशानियों को दूर करने में सरल और असरदार माना गया है। जानिए, यह सरल उपाय-
- अमावस्या तिथि की सुबह स्नान और स्वच्छ यथासंभव लाल या सिंदूर रंग के वस्त्र पहन श्री हनुमान की पूजा करें।
- सिंदूर का चोला चढ़े श्री हनुमान की पूजा में सिंदूर, कुमकुम, लाल अक्षत, फूल व फल चढ़ाएं।
- इन पूजा सामग्रियों के अलावा विशेष रूप से सिंदूर लगे एक नारियल पर मौली या कलेवा लपेटकर श्री हनुमान के चरणों में अर्पित करें।
- नारियल को चढ़ाते समय श्री हनुमान चालीसा की यह चौपाई का पाठ मन ही मन करें -
जै जै जै हनुमान गौसाईं, कृपा करहु गुरु देव की नाई।
- श्री हनुमान से तन, मन या धन से जुड़े जीवन के हर संकट से रक्षा की प्रार्थना कर आरती व क्षमा प्रार्थना करें।

हर परेशानी का हल छिपा है इस पोटली में

क्या आपका व्यवसाय ठीक नहीं चल रहा है? या फिर कमाई से अधिक खर्च हो जाता है, या नौकरी में तरक्की नहीं मिल रही है? धन आकर खर्च हो जाता हो तो घबराइए बिल्कुल नहीं। तंत्र शास्त्र में ऐसे कई टोटके हैं जिनसे यह सभी समस्याएं तुरंत ही हल हो सकती है। यदि आपके साथ भी यही समस्याएं हैं तो नीचे लिखे टोटका करें-
टोटका
- किसी गुरू पुष्य योग और शुभ चन्द्रमा के दिन सुबह हरे रंग के कपड़े की छोटी थैली तैयार करें। श्रीगणेश के चित्र अथवा मूर्ति के आगे संकटनाशन गणेश स्तोत्र के 11 पाठ करें।
- तत्पश्चात् इस थैली में 7 मूंग, 10 ग्राम साबुत धनिया, एक पंचमुखी रूद्राक्ष, एक चांदी का रुपया या 2 सुपारी, 2 हल्दी की गांठ रख कर दाहिने मुख के गणेश जी को शुद्ध घी के मोदक का भोग लगाएं।
- यह थैली तिजोरी या कैश बॉक्स में रख दें। गरीबों और ब्राह्मणों को दान करते रहें। आर्थिक स्थिति में शीघ्र सुधार आएगा।
- 1 साल बाद नई थैली बना कर बदलते रहें।

किस्मत बदलने का आनोखा और आसान तरीका

आप सोच रहे होंगे कि झाड़ू-पोंछे के टोटके आपकी किस्मत कैसे बदल सकते हैं? लेकिन ये सच है। ये टोटके सुनने में जितने अनोखे है, करने में उतने ही आसान भी है। इन टोटको से आपके दिन तो बदल जाएंगे साथ ही आपकी किस्मत पर भी इसका अच्छा असर पड़ेगा। इन टोटको को करने के लिए आपको बस कुछ छोटी छोटी बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
झाड़ू कहां और कैसे रखें-
घर में साफ-सफाई करने और उसे सुव्यवस्थित रखने के लिए प्रत्येक घर में झाड़ू और पोंछे का इस्तेमाल किया जाता है। ये दोनों चीजें घर में प्रवेश करने वाली बुरी अथवा नकारात्मक ऊर्जाओं को नष्ट करने की प्रतीक भी हैं।
- खुले स्थान पर झाड़ू रखना अपशकुन माना जाता है, इसलिए इसे छिपा कर रखें।
- भोजन कक्ष में झाड़ू भूलकर भी खुले स्थान में न रखें, क्योंकि इससे अनाज खत्म होने और इनकम के रूक जानें का डर बना रहता है।  - अगर आप अपने घर के बाहर दरवाजे के सामने झाड़ू उल्टा करके रखते हैं, तो यह चोर और बुरी ताकतों से आपके घर की रक्षा करता है। - ये काम केवल रात के समय किया जा सकता है। दिन के समय झाड़ू छिपा कर रखना चाहिए, ताकि किसी को नजऱ न आए।
क्या न करें
- अगर कोई बच्चा अचानक झाड़ु लगा रहा है तो समझना चाहिए अनचाहे मेहमान घर में आने वाले हैं।
- सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ु पोछा गलती से भी नहीं लगाना चाहिए। ऐसी गलती करने से आपके बुरे दिन शुरू हो सकते हैं।
- झाड़ु पर गलती से भी पैर नहीं रखना चाहिए ऐसा होने पर लक्ष्मी जी रूठ जाती हैं और आपके अच्छे दिन खत्म हो जाते हैं।
पोंछा कब और कैसे लगाएं-
- अगर आप घर में पोछा लगा रहे हैं तो नमक मिले पानी से पोंछा लगाइए। ऐसा करने से आपके घर से नकारात्मकता खत्म हो जाएगी।  बुरी ताकतों का भी आप पर कोई असर नहीं होगा।
- घर में रोज पोछा लगाने से आपके घर में लक्ष्मी का निवास होने लग जाता है।
- गुरुवार को घर में पोछा न लगाएं ऐसा करने से लक्ष्मी रूठ जाती है।
- पोंछा लगाने वाले पानी में पांच चममच सादा समुद्री नमक मिलाने से जल्दी सकारात्मक असर देखने को मिलता है और नकारात्मक ऊर्जा को कम किया जा सकता है।
घर में प्रतिदिन नमक मिले पानी से पोंछा लगाना बहुत शुभ माना जाता है।

इस उपाय को करने से अचानक धन लाभ होता है...

जो लोग धनहीन है या जिनके पास धन की कमी है वे सोचते हैं कि अचानक कहीं से धन लाभ हो जाए जिससे धन संबंधी उनकी सभी समस्याएं समाप्त हो जाएं। हालांकि ऐसा होना काफी मुश्किल है। लेकिन यदि नीचे लिखा उपाय पूर्ण श्रद्धा व विश्वास के साथ किया जाए तो ऐसा संभव है। इस उपाय को करने से अचानक धन लाभ होता है। यह उपाय इस प्रकार है-

उपाय
शुक्ल पक्ष के किसी शुक्रवार को रात 12 बजे के बाद नहाकर व साफ वस्त्र पहनकर घर के किसी एकांत स्थान पर एक बाजोट(पटिया) रखें। इसके ऊपर लाल कपड़ा बिछाएं और पीले फूल का एक आसन बनाएं। इसके ऊपर श्री चक्र स्थापित कर विधि-विधान से इसकी पूजा करें। इसके बाद नीचे लिखे मंत्र का जप 51 बार करें-
ऊँ ह्रीं श्रीं ह्रीं नम:
इसके बाद श्री चक्र को एक सफेद कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रख दें। ग्यारह दिन के बाद श्री चक्र को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से अचानक धन लाभ होगा।