Thursday, January 19, 2012
हर रोज बोलें यह देवी मंत्र..होगी दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की व कमाई
दुर्गा उपासना मानसिक, शारीरिक या आत्मिक
शक्तियों को पहचान व एकजुट कर समस्त सांसारिक, आध्यात्मिक सुखों को पाने
की प्रेरणा है। सांसारिक जीवन में धन भी शक्ति संपन्न बनने का एक अहम जरिया
माना जाता है। इसलिए धनवान हो या निर्धन हर इंसान अधिक से अधिक धन लाभ के
साथ तरक्की की चाहत रखता है।
शास्त्रों के मुताबिक देवी दुर्गा ही संसार की रचना व संहार को नियत करने वाली शक्ति है। इसलिए हर इंसान जो सुख-समृद्धि, धन व सफलता की कामना रखता है, यहां बताए जा रहे आसान देवी मंत्र से शक्ति का आवाहन हर रोज या खासतौर पर शुक्रवार को जरूर करे -
- मंत्र स्मरण के पहले स्नान कर देवी प्रतिमा या तस्वीर को लाल गंध, अक्षत, फूल व प्रसाद अर्पित कर धूप व दीप लगाएं। इसके बाद नीचे लिखा देवी मंत्र मन ही मन स्मरण कर जल्द सफलता व तरक्की की कामना करें, आरती करें, प्रसाद ग्रहण करें व कार्य पर जाएं -
सृष्टिस्थिति विनाशानां शक्तिभूते सनातनि।
गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोस्तुते।।
शास्त्रों के मुताबिक देवी दुर्गा ही संसार की रचना व संहार को नियत करने वाली शक्ति है। इसलिए हर इंसान जो सुख-समृद्धि, धन व सफलता की कामना रखता है, यहां बताए जा रहे आसान देवी मंत्र से शक्ति का आवाहन हर रोज या खासतौर पर शुक्रवार को जरूर करे -
- मंत्र स्मरण के पहले स्नान कर देवी प्रतिमा या तस्वीर को लाल गंध, अक्षत, फूल व प्रसाद अर्पित कर धूप व दीप लगाएं। इसके बाद नीचे लिखा देवी मंत्र मन ही मन स्मरण कर जल्द सफलता व तरक्की की कामना करें, आरती करें, प्रसाद ग्रहण करें व कार्य पर जाएं -
सृष्टिस्थिति विनाशानां शक्तिभूते सनातनि।
गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोस्तुते।।
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