Friday, February 3, 2012
शत्रु नहीं कर पाएंगे आपका नुकसान
जीवन में दोस्त भी होते हैं और दुश्मन भी। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके दुश्मन कहीं अधिक होते हैं। ऐसे में उन्हें हर समय दुश्मनों का डर सताता रहता है। अगर आप भी अपने दुश्मनों से परेशान हैं और चाहते हैं कि वे आपका नुकसान नहीं कर पाएं तो नीचे लिखे बगलामुखी मंत्र का विधि-विधान पूर्वक जप करें-
ऊँ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय।
जिह्वाम् कीलाय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ऊँ स्वाहा।।
जप विधि
- अमावस्या के दिन सुबह रात में करीब 11 बजे नहाकर व साफ वस्त्र पहनकर सबसे पहले मां बगलामुखी की पूजा करें।
- माता बगलामुखी को लाल वस्त्र, लाल सिंदूर, लाल फूल, चंदन, केसर व मिठाई अर्पित करें।
- इसके बाद एकांत में कुश के आसन पर बैठकर रुद्राक्ष के मोतियों की माला से इस मंत्र का जप करें।
- प्रति अमावस्या पर इस मंत्र की 11 माला जप करने से अति शीघ्र आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा।
ऊँ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय।
जिह्वाम् कीलाय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ऊँ स्वाहा।।
जप विधि
- अमावस्या के दिन सुबह रात में करीब 11 बजे नहाकर व साफ वस्त्र पहनकर सबसे पहले मां बगलामुखी की पूजा करें।
- माता बगलामुखी को लाल वस्त्र, लाल सिंदूर, लाल फूल, चंदन, केसर व मिठाई अर्पित करें।
- इसके बाद एकांत में कुश के आसन पर बैठकर रुद्राक्ष के मोतियों की माला से इस मंत्र का जप करें।
- प्रति अमावस्या पर इस मंत्र की 11 माला जप करने से अति शीघ्र आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा।
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