Monday, December 19, 2011
शनिश्चरी अमावस्या 24 को, शनिदेव को मनाने का अचूक मौका
भारतीय ज्योतिष के अनुसार शनि को क्रूर
ग्रह माना गया है। ऐसी मान्यता है कि शनि ही इंसान को उसके अच्छे व बुरे
कर्मों का फल देता है इसलिए शनिदेव को न्यायाधीश भी कहा जाता है। अगर आप भी
शनि से प्रभावित हैं और उसकी शांति चाहते हैं तो 24 दिसंबर, शनिवार को
शनिश्चरी अमावस्या इसके लिए उपयुक्त अवसर है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस किसी की कुंडली में शनि प्रतिकूल स्थान पर होता है उसे जीवन भर दु:ख भोगने पड़ते हैं। साढ़े साती व ढैय्या के रूप में शनि हर व्यक्ति के जीवन कभी न कभी प्रभावित अवश्य करता है। ऐसा नहीं है कि शनि सिर्फ अशुभ फल ही प्रदान करता है, जिस पर भी शनिदेव की कृपा हो जाए उसे जीवन भर कभी कोई परेशानी नहीं होती। अगर आप भी शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो कुछ विशेष पूजन, तंत्र-मंत्र-यंत्र व टोने-टोटके से यह संभव है।
24 दिसंबर तक रोजाना हमारी वेबसाइट पर शनि से जुड़ी रोचक जानकारी और विभिन्न पूजन विधियां, ज्योतिषीय उपाय, टोटके आदि विशेष सामग्री दी जाएगी, जिससे आप सूर्य पुत्र शनि को मना सकते हैं और अपने जीवन की कई कठिनाइयों से मुक्ति पा सकते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस किसी की कुंडली में शनि प्रतिकूल स्थान पर होता है उसे जीवन भर दु:ख भोगने पड़ते हैं। साढ़े साती व ढैय्या के रूप में शनि हर व्यक्ति के जीवन कभी न कभी प्रभावित अवश्य करता है। ऐसा नहीं है कि शनि सिर्फ अशुभ फल ही प्रदान करता है, जिस पर भी शनिदेव की कृपा हो जाए उसे जीवन भर कभी कोई परेशानी नहीं होती। अगर आप भी शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो कुछ विशेष पूजन, तंत्र-मंत्र-यंत्र व टोने-टोटके से यह संभव है।
24 दिसंबर तक रोजाना हमारी वेबसाइट पर शनि से जुड़ी रोचक जानकारी और विभिन्न पूजन विधियां, ज्योतिषीय उपाय, टोटके आदि विशेष सामग्री दी जाएगी, जिससे आप सूर्य पुत्र शनि को मना सकते हैं और अपने जीवन की कई कठिनाइयों से मुक्ति पा सकते हैं।
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